परीक्षा के दिनों में अक्सर देखने में आता है कि परीक्षार्थी अधिक मेहनत करने और अधिक पढ़ाई करने के लिए खाना-पीना छोड़कर दिन-रात मेहनत करना शुरू कर देते हैं। रात-रात जगकर तैयारी करते हैँ। परीक्षा का तनाव बहुत ज्यादा ले लेतें हैं।
सावधान। ऐसा कतई न करें, ऐसा करने से उल्टा हो सकता है क्योंकि ऐसा करने से आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। इसमें आधी-अधूरी तैयारी हो सकती है। आधा-अधूरा ज्ञान, जान जोखिम का खतरा बनता है। क्योंकि बचा हुआ समय तैयारी करने का नहीं बल्कि तैयारी करने वालों के लिए रिवाइस करने का है। इसलिए इस समय अपनी दिनचर्या कतई न बदलें। खान-पान भी न बदलें तो सही रहेगा। यदि आपका स्वास्थ्य गड़बड़ हो तो उसका उपचार अवश्य कराएं साथ ही डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं लें और खान-पान लें। इन दिनों जंक फूड कतई न खाएं। हल्का भोजन करें। हो सके तो तरल भोजन पदार्थ अवश्य लें। जब आप पूर्णतया स्वस्थ रहेंगे तो आप कंपटीशन पूरी ताकत से निकाल पाएंगे। नई किताबों और नई खोज के चक्कर में न पढ़े। पाठ्यक्रम पूरा हो गया हो तो उसकी ही तैयारी करें।
सावधान। ऐसा कतई न करें, ऐसा करने से उल्टा हो सकता है क्योंकि ऐसा करने से आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। इसमें आधी-अधूरी तैयारी हो सकती है। आधा-अधूरा ज्ञान, जान जोखिम का खतरा बनता है। क्योंकि बचा हुआ समय तैयारी करने का नहीं बल्कि तैयारी करने वालों के लिए रिवाइस करने का है। इसलिए इस समय अपनी दिनचर्या कतई न बदलें। खान-पान भी न बदलें तो सही रहेगा। यदि आपका स्वास्थ्य गड़बड़ हो तो उसका उपचार अवश्य कराएं साथ ही डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं लें और खान-पान लें। इन दिनों जंक फूड कतई न खाएं। हल्का भोजन करें। हो सके तो तरल भोजन पदार्थ अवश्य लें। जब आप पूर्णतया स्वस्थ रहेंगे तो आप कंपटीशन पूरी ताकत से निकाल पाएंगे। नई किताबों और नई खोज के चक्कर में न पढ़े। पाठ्यक्रम पूरा हो गया हो तो उसकी ही तैयारी करें।
No comments:
Post a Comment